समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य में डीएपी की कमी से किसान परेशान हो रहे हैं। पार्टी ने एक्स पर कहा कि यूपी में फिर से खाद का संकट उत्पन्न हो गया है। मैनपुरी में सहकारी समितियों और निजी दुकानों से डीएपी गायब है, जिससे किसान बेहद परेशान हैं। बीजेपी के भ्रष्ट अधिकारी और भ्रष्टाचारी दोनों मिलकर किसानों के हिस्से की डीएपी को लूट रहे हैं। प्रदेश का अन्नदाता समय आने पर बीजेपी को इसका जवाब देगा।
यूपी में फिर उत्पन्न हुआ खाद का संकट, किसानों को नहीं मिल रही डीएपी!
मैनपुरी में सहकारी समितियों और निजी दुकानों से डीएपी गायब। खाद न मिलने से किसान परेशान।
भ्रष्ट भाजपाई और भाजपा सरकार के भ्रष्ट अधिकारी दोनों मिलकर किसानों के हिस्से की डीएपी को लूट रहे हैं। शर्मनाक!
समय आने… pic.twitter.com/H7H6RGnoQ1
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) September 24, 2024
डीएपी कमी के बाद राज्य में किसान वर्ग में चिंता बढ़ गई है, क्योंकि आगामी समय में उत्तर प्रदेश और बिहार में आलू और मक्का की खेती शुरू होने वाली है। इन फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए डीएपी खाद की बड़ी जरूरत होती है। अगर समय पर खाद उपलब्ध नहीं होती, तो इसका सीधा असर न केवल उत्पादन पर पड़ेगा बल्कि किसानों की आय पर भी नकारात्मक असर हो सकता है।
कई बार देखा गया है कि जब खाद का स्टॉक कम होता है, तो बाजार में इसकी उपलब्धता घट जाती है। ऐसे में डीलर इसका स्टॉक जमा कर लेते हैं और बाद में किसानों को महंगे दामों पर बेचते हैं। इससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ता है और उन्हें महंगी दरों पर खाद खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
सरकार को तत्काल इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में किसानों को समय पर और उचित दामों पर डीएपी खाद मिल सके, ताकि आने वाली फसल सीजन में उत्पादन में कोई बाधा न आए।