हरियाणा के फरीदाबाद में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जिसमें बारिश के पानी से भरे रेलवे अंडरब्रिज के नीचे एक महिंद्रा XUV-700 पूरी तरह से डूब गई। इस दुर्घटना में HDFC बैंक के मैनेजर पुण्यश्रेय शर्मा और कैशियर विराज द्विवेदी की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब अचानक आई बारिश के कारण अंडरब्रिज में पानी भर गया और कार पानी में डूब गई।
हरियाणा : फरीदाबाद में रेलवे अंडरब्रिज के नीचे भरे बारिश के पानी में महिंद्रा XUV-700 डूब गई। इसमें बैठे HDFC बैंक मैनेजर पुण्यश्रेय शर्मा और कैशियर विराज द्विवेदी की मौत हुई।
अंदाजा नहीं था कि पानी इतना भरा होगा। कार पानी में बंद होकर लॉक हो गई। वो बाहर नहीं निकल सके। pic.twitter.com/CBq5ZJ3CXf
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 14, 2024
पानी का स्तर इतना अधिक था कि पूरी कार तरह इसमें समा गई और दरवाजे लॉक हो गए। इस स्थिति में दोनों बाहर निकलने में असमर्थ रहे। इस घटना ने आक्समिक मौसम की सटिक भविष्यवाणी के साथ स्थानीय प्रशासन की तैयारी एवं खामियाों की भी पोल खोल कर रख दी हैं।
महिंद्रा SUV तो वैसे ही ऊंची गाड़ी होती है फिर भी रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे डूब गई?
मतलब ब्रिज के नीचे कितनी गहराई होनी चाहिए इसका कोई मापदंड नही है और न ही जल निकासी के लिए उचित प्रबंध थे।।
अब इसकी जिम्मेदारी सीधे सीधे प्रशाशन पर बनती है क्योकि अगर पानी के निकलने की व्यवस्था की…— imsachin (@sachinkshrma) September 14, 2024
हाल ही में सरकार ने मौसम की भविष्यवाणी को लेकर ‘मिशन मौसम’ का अनावरण किया है। जिसमे सरकार द्वारा मौसम के पूर्वलोकन के साथ मौसम की सूचना पहले ही दे दी जाने का बीत कही गई थी। जिससे लोगों को पहले से सचेत किया जा सके और किसी बड़ी अनहोनी को टाला जा सकेगा। इस मिशन पर सरकार ने 2000 करोड़ की लागत आने वाले दो साल के लिए सुनिश्चित कर रखा है।
ऐसे में स्थानीय प्रशासन और इंजीनियरों को इस तरह की स्थितियों के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। इस प्रकार के हादसे तब होते हैं जब इंफ्रास्ट्रक्चर को समय पर और सही तरीके से नहीं सुधारा जाता या मौसम की आपात स्थितियों को ध्यान में नहीं रखा जाता।
फरीदाबाद में रेलवे अंडरब्रिज के नीचे बारिश के पानी की भराव की यह घटना एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। यह घटना स्थानीय प्रशासन और इंजीनियरिंग व्यवस्था पर सवाल उठाती है। इंफ्रास्ट्रक्चर और आपातकालीन प्रबंधन में सुधार की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।