पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने रविवार को दिल्ली पुलिस द्वारा लद्दाख के श्रमिकों को हिरासत में लेने पर केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की।
सोनम वांगचुक ने एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर लिखा, “उपवास के 8वें दिन, #SaveLadaksh #SaveHimalayas के लिए एकादशी पर मौन व्रत कर रहे 61 लोगों को जबरन हिरासत में लिया गया। हमें बताया गया कि BNSS 163 (144) निषेधाज्ञा को स्थायी रूप से संपूर्ण नई दिल्ली में लागू कर दिया गया है।” मुझे लगता है कि यह भारत के संविधान की धारा 19- भाषण और आंदोलन की स्वतंत्रता के खिलाफ है। पहला, निरंतर आवेदन और दूसरा, क्या शांतिपूर्वक उपवास कर रहे लोगों पर इसका उपयोग करना ‘उचित’ है!!! कृपया टिप्पणियों में सलाह दें।”
A SAD DAY FOR DEMOCRACY
On 8th day of fast, 61 people doing a Moun Vrat on Ekadashi to #SaveLadakh #SaveHimalayas were forcibly detained.
We were told BNSS 163 (144) prohibitory orders were permanently applied in entire New Delhi district. This I think is against the spirit of… pic.twitter.com/dQz0Gzj2JG— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) October 13, 2024