पुलिस को जनता की सुरक्षा और सेवा का प्रतीक माना जाता था, लेकिन वही कुछ पुलिसकर्मियों पर सोशल मीडिया का असर कुछ ज्यादा ही है। हाल ही में एक उत्तर प्रदेश पुलिस के दरोगा का रील बनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वह पुलिस की वर्दी में हीरो की तरह पोज देते नजर आ रहे हैं।
जहाँ लोगों ने इस वीडियो पर खूब तारीफें की, और कमेंट्स भी किए। लेकिन सवाल यह उठता है कि जिस पुलिसकर्मी दिन-रात जनता की सेवा में तत्पर रहना चाहिए, वह अपनी वर्दी पहनकर मनोरंजन का साधन क्यों बन रहे हैं?
उत्तर प्रदेश पुलिस के दरोगा पर चढ़ा रील का जुनून
अब दरोगा जी ने जब रील बना ही ली है तो लोगो द्वारा थोड़ी तारीफ तो बनती है और लोग देखेंगे भी और कमेंट भी करेंगे !!वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल !! @Uppolice #instareels #instagramreels pic.twitter.com/J55tGPXZn9
— जनाब खान क्राइम रिपोर्टर (@janabkhan08) September 26, 2024
सोशल मीडिया के इस दौर में यह एक आम चलन बन गया है कि चाहे नेता हो या सरकारी कर्मचारी, सभी को थोड़ी पब्लिसिटी चाहिए। हर कोई चाहता है कि उसे लाइक्स और फॉलोअर्स मिलें। लेकिन जब बात पुलिसकर्मियों की हो, तो यह सवाल और भी गंभीर हो जाते हैं। पुलिस की वर्दी अनुशासन का प्रतीत माना जाता है। जो आम कॉस्ट्यूम नहीं, जिसे पहनकर मजाक या मनोरंजन किया जाए।
सरकार को भी इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है कि पुलिसकर्मियों द्वारा वर्दी का गलत इस्तेमाल न हो। आखिरकार पुलिसकर्मियों को इसीलिए नियुक्त किया गया है कि वे जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करें, न कि ड्यूटी के दौरान वीडियो शूटिंग में व्यस्त रहें।
ऐसा नहीं है कि इस प्रकार की घटनाएँ पहली बार हो रही हैं। आजकल सोशल मीडिया का क्रेज जिस तरह से बढ़ा है उससे पुलिसकर्मी भी अछूते नहीं रहे हैं। लेकिन उन्हें यह याद रखना चाहिए कि उनकी वर्दी का एक सम्मान है और उस पर जनता का विश्वास टिका हुआ है। रील छुट्टी केबाद भी बनाया जा सकता है, लेकिन पुलिस वर्दी का इस्तेमाल करके सोशल मीडिया पर मनोरंजन सामग्री बनाना बेहद गैर-ज़िम्मेदाराना हरकत है।