दिल्ली में प्रदूषण से निपटने की तैयारियां जोरों पर हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि अगर प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ा, तो राजधानी में ऑड-ईवन योजना को दोबारा लागू किया जा सकता है। साथ ही सरकार कृत्रिम बारिश कराने की संभावनाओं पर भी काम कर रही है ताकि हवा में मौजूद प्रदूषण के कणों को नियंत्रित किया जा सके।
गोपाल राय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि दीपावली के बाद अक्सर प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। राजधानी के ऊपर एक प्रदूषण की परत बन जाती है, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। इस बार 1 से 15 नवंबर के बीच प्रदूषण बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान हम कृत्रिम बारिश कराने का प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी गई है।
दीपावली के बाद अक्सर प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। इस वजह से दिल्ली के ऊपर एक लेयर बन जाती है, जिससे काफी परेशानी बढ़ जाती है।
इस बार 1 से 15 नवंबर के बीच प्रदूषण बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान हम कृत्रिम बारिश कराने का प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए केंद्र सरकार से… pic.twitter.com/rh04CjfF8R
— AAP (@AamAadmiParty) September 25, 2024
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने की शुरुआत अमूमन अक्टूबर माह के आखरी और शुरुआत नवंबर के पहले होती है , जिससे दिल्ली में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता है। इसके साथ ही दीपावली के पटाखों के कारण स्थिति और बिगड़ सकती है। ऐसे में कृत्रिम बारिश को प्रदूषण की परत को तोड़ने का एक विकल्प माना जा रहा है। साथ ही आप ने दिल्ली के ठंड में बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए अपने 21 सूत्रीय विंटर प्लान भी पेश किया है। जिसे ‘युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध’ नाम दिया है।
21 सूत्रीय Winter Action Plan से प्रदूषण को हराएगी AAP सरकार 👏
👉दिल्ली सरकार के ऐतिहासिक कदमों से प्रदूषण में आई है 34.60% की कमी
👉सर्दियों में होने वाले प्रदूषण से लड़ने के लिए Work From Home, Anti Somg Gun समेत 21 बड़े कदम उठाए जाएंगे #AAPWinterActionPlan pic.twitter.com/zin2ylC90f— AAP (@AamAadmiParty) September 26, 2024
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार इस दिशा में पूरी तरह से केंद्र सरकार के साथ समन्वय बना रही है ताकि समय रहते इस योजना को लागू किया जा सके। हालांकि मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में कृत्रिम बारिश करना इतना आसान नहीं है और यह एक जटिल कदम हो सकता है। उन्होंने अन्य देशों के उदाहरण दिए जहां कृत्रिम बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी।
विपक्षी दलों ने गोपाल राय की इस योजना की आलोचना की है और इसे सरकार की असफलता के रूप में पेश कर रहे हैं। वहीं दिल्ली सरकार का कहना है कि हर संभव कदम उठाए जाएंगे ताकि राजधानी के नागरिकों को प्रदूषण से राहत मिल सके। साथ ही में ऑड-ईवन योजना को फिर से लागू करने की संभावना जताई है।
दिल्ली में प्रदूषण से कब मिलेगी राहत? जवाब दो ठग फर्जीवाल ! pic.twitter.com/D6R3LBn6UP
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) September 25, 2024
अब देखना यह होगा कि दिल्ली सरकार की यह योजना कितनी कारगर साबित होती है, और क्या राजधानी के लोग इस बार प्रदूषण मुक्त सर्दियों का अनुभव कर पाएंगे।