वह वक्त गुजर चुका है जब दुनिया हमें सपेरों का देश कहा करता था. अब हम चाँद पर कदम रख चुके हैं. दुनियां की राजनीति को दिशा देने की क्षमता रखते हैं. पश्चिम के दवाब से मुक्त राजनयिक संबंध स्थापित कर रहे हैं. अब हम एक स्वतंत्र पहचान है.
भारत आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. यह कई कारणों से खास है. स्वतंत्रता के 100वें साल की ओर बढ़ते हुए 2024 का स्वतंत्रता दिवस “अमृत काल” के रूप में मनाया जा रहा है। यह अवधि तेजी से विकास, समावेशी वृद्धि, और दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समर्पित है. इस साल की शुरुआत में हमने उभरते वैश्विक अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह जी20 की अध्यक्षता की जो कि वैश्विक अर्थव्यवस्था और राजनीति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। जी20 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी ने भारत को वैश्विक मंच पर एक प्रमुख भूमिका में प्रस्तुत किया है।
चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की बड़ी उपलब्धि रही है। इस सफलता ने देश में राष्ट्रीय गर्व की भावना को और भी मजबूत किया है।इस साल भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक रही ।
प्रौद्योगिकी, विनिर्माण, और डिजिटल अवसंरचना के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जो आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने में सहायक है। 2024 में भारत ने अपने रक्षा क्षमताओं को और सशक्त किया है। स्वदेशी रक्षा उत्पादन और अन्य देशों के साथ सामरिक साझेदारियों में प्रगति देखी गई है।हमने भारतीय संस्कृति, धरोहर और मूल्यों को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की है। इससे भारत की विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को एक नयी पहचान मिली है.