ग्रेटर नोएडा (व्यापार डेस्क): स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने आज 30 जून, 2025 को, वित्त वर्ष 2025-26 की समाप्त हुई पहली तिमाही के लिए, अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं।
मुख्य बिन्दु :
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम (स्टैंडअलोन) पर एक नज़र:
इकाई | Q1 24-25 | Q4 24-25 | Q1 25-26 | |
कच्चा इस्पात उत्पादन | मिलियन टन | 4.68 | 5.09 | 4.85 |
विक्रय मात्रा | मिलियन टन | 4.01 | 5.33 | 4.55 |
प्रचालन से कारोबार | रुपया करोड़ | 23,998 | 29,316 | 25,921 |
ब्याज, कर और मूल्यहास चुकाने से पहले की कमाई (EBITDA) | रुपया करोड़ | 2,420 | 3,781 | 2,925 |
अप्रत्याशित वस्तुएं और कर से पहले का लाभ | रुपया करोड़ | 326 | 1,593 | 890 |
अप्रत्याशित वस्तुएं | रुपया करोड़ | (312) | (29) | – |
कर–पूर्व लाभ (PBT) | रुपया करोड़ | 14 | 1564 | 890 |
कर – पश्चात लाभ (PAT) | रुपया करोड़ | 11 | 1178 | 685 |
कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान, असाधारण मदों और कर-पूर्व लाभ में 273% की भारी वृद्धि दर्ज की है। इस दौरान कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुक़ाबले विक्रेय मात्रा, प्रचालन से कारोबार, विक्रेय योग्य एवं कच्चे इस्पात उत्पादन में बढ़ोत्तरी हासिल की है।
सेल अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री अमरेंदु प्रकाश ने कहा, “सेल का वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही का प्रदर्शन बेहतर प्रचालन दक्षता, बेहतर नकदी प्रवाह और घरेलू बाजार में विक्रेय की मात्रा में मज़बूत वृद्धि दिखाता है, जिसमें भारत सरकार की सेफगार्ड ड्यूटी की भी मदद मिली है। वैश्विक इस्पात बाज़ार में उतार-चढ़ाव के बावजूद, बढ़ती घरेलू खपत, इस्पात क्षमता के विस्तार और सरकार से सेफगार्ड ड्यूटी की मदद के साथ, हम सभी इस्पात उपभोक्ता क्षेत्रों को उच्च गुणवत्ता वाले इस्पात उपलब्ध कराना जारी रखे हुए हैं। हमारे लागत अनुकूलन उपाय और स्टेकहोल्डर्स के लिए वैल्यू बढ़ाने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता हमारे विकास की यात्रा के केंद्र में है।”