ग्रेटर नोएडा (भारत नीति संवाददाता): वैश्विक स्तर पर स्मार्ट एंड-टू-एंड सप्लाई चेन सॉल्यूशंस प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनी डीपी वर्ल्ड ने भारत अफ्रीका सेतु लॉन्च करने की घोषणा की। इस पहल को भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के मार्गदर्शन में शुरू किया गया है।
यह प्लेटफॉर्म भारतीय कंपनियों को मजबूत वेयरहाउसिंग, ट्रेड फाइनेंस और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क तक पहुंच प्रदान करेगा। इससे दक्षिण-दक्षिण के बीच साझेदारी एवं समावेशी विकास को गति मिलेगी। यह बंदरगाहों, आर्थिक क्षेत्रों एवं दोनों देशों में डीपी वर्ल्ड द्वारा संचालित लॉजिस्टिक्स पार्क के बीच समुद्र एवं वायु मार्ग से कनेक्टिविटी प्रदान करते हुए भारत और अफ्रीका को जोड़ेगा। भारत अफ्रीका सेतु भारतीय निर्यातकों को 53 अफ्रीकी देशों तक पहुंच प्रदान करेगा, जहां पहले से डीपी वर्ल्ड का मजबूत लॉजिस्टिक्स नेटवर्क है। इससे उन्हें2,60,000 पॉइंट ऑफ सेल से जुड़ने का मौका मिलेगा।
डीपी वर्ल्ड के ग्रुप चेयरमैन एवं सीईओ, हिज एक्सीलेंसी सुल्तान अहमद बिन सुलायेम ने मुंबई में आयोजित दुबई-इंडिया बिजनेस फोरम के दौरान ‘भारत-अफ्रीका सेतु’ पहल का अनावरण किया। इस मौके पर भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्री माननीय श्री पीयूष गोयल और अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।
अफ्रीका विभिन्न देशों से करीब 430 अरब अमेरिकी डॉलर के उत्पादों का आयात करता है, जिससे यह वैश्विक निर्यातकों के लिए बड़ा बाजार है। वर्तमान समय में भारत अफ्रीका में 28 अरब डॉलर के उत्पाद निर्यात करता है और अफ्रीका के कुल आयात में इसकी हिस्सेदारी 6.5प्रतिशत है। ये आंकड़े निर्यात बढ़ाने और भारत की हिस्सेदारी को 2030 तक 12 प्रतिशत तक पहुंचाने का व्यापक अवसर दिखा रहे हैं।
भारत अफ्रीका सेतु के तहत भौतिक बुनियादी ढांचे (फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर) और मूल्य वर्धित सेवाओं (वैल्यू एडेड सर्विसेज) को साथ लाते हुए एक व्यापक ट्रेड इकोसिस्टम तैयार किया जाएगा। यह भारत के मैन्यूफैक्चरर्स को अपने नए एवं आगामी प्रोडक्ट कॉन्सेप्ट को प्रदर्शित करने का मौका देगा। इससे एक्सपोर्ट फाइनेंस, मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स, टेस्टिंग एवं सर्टिफिकेशन सर्विस जैसी विभिन्न ट्रेड सपोर्ट सर्विसेज तक आसान पहुंच भी सुनिश्चित की जाएगी और कैश फ्लो के दबाव को कम किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, यह नियामकीय प्रक्रियाओं, लाइसेंस संबंधी जरूरतों और सरकारी मंजूरियों के लिए आवेदन करते हुए नियामकीय अनुपालन को भी सुगम बनाने में मदद करेगा।
भारत के केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘अफ्रीका भारत के लिए एक रणनीतिक व्यापार साझेदार के रूप में अपार संभावनाएं रखता है। इस संभावनाओं का पूरा लाभ उठाने के लिए यह ज़रूरी है कि कनेक्टिविटी को मजबूत किया जाए, व्यापार में आने वाली रुकावटों को दूर किया जाए और भारतीय व्यवसायों को अफ्रीका के गतिशील बाजारों तक पहुंच बनाने और वहां विकसित करने में सक्षम बनाया जाए। ‘भारत-अफ्रीका सेतु’ इसी दिशा में एक ठोस कदम है। निजी क्षेत्र की नवाचार क्षमता और निवेश का लाभ उठाकर, हम एक प्रभावी और भविष्य के लिए तैयार व्यापार गलियारा विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो भारत और अफ्रीका के बीच निर्यात प्रवाह को सहज और निर्बाध बनाता है, और अरब सागर के दोनों ओर समृद्धि और विकास को बढ़ावा देता है।’
इस क्रांतिकारी व्यापारिक पहल को लेकर डीपी वर्ल्ड के ग्रुप चेयरमैन एवं चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर महामहिम सुल्तान अहमद बिन सुलायेम ने कहा, ‘अफ्रीका में वैश्विक अर्थव्यवस्था का प्रमुख भागीदार बनने की अपार क्षमता है, जहां व्यापार और रणनीतिक साझेदारियां महाद्वीप की प्रगति और समृद्धि के प्रमुख आधार बन सकती हैं। भारत सरकार के साथ हमारी साझेदारी के तहत ‘भारत-अफ्रीका सेतु’ की स्थापना, भारतीय निर्यातकों के लिए अफ्रीका में मौजूद विशाल संभावनाओं के द्वार खोलेगी। इससे द्विपक्षीय व्यापार की दक्षता बढ़ेगी और बाज़ार तक पहुंच में सुधार होगा।’
अफ्रीका में डीपी वर्ल्ड के व्यापक पोर्टफोलियो में 10 बंदरगाह एवं टर्मिनल्स, 3 आर्थिक क्षेत्र, 15 लाख वर्ग मीटर से ज्यादा में बने 203 वेयरहाउस शामिल हैं। साथ ही यहां कंपनी के पास माल ढुलाई व लॉजिस्टिस्क मैनेजमेंट में गहरी विशेषज्ञता और बाजार तक पहुंच की क्षमता भी है। डीपी वर्ल्ड की एकीकृत सेवाएं भारतीय कारोबारों को स्मार्ट और लचीली सप्लाई चेन उपलब्ध कराती हैं, जो न सिर्फ वैश्विक चुनौतियों से उन्हें सुरक्षित रखती हैं बल्कि अफ्रीकी बाजार में मजबूती से पैर जमाने में भी मदद करती हैं।