नई दिल्ली: क्विक-कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट, गुरुग्राम में 10 मिनट की एम्बुलेंस सेवा शुरू कर रही है। ब्लिंकिट के सीईओ अलबिंदर ढींडसा ने एक्स(पहले ट्विटर) पर घोषणा की और बताया कि अगले दो वर्षों में भारत के अन्य शहरों में इस सेवा का विस्तार करने की योजना है। एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर, एईडी (ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफाइब्रिलेटर), स्ट्रेचर,मॉनिटर, सक्शन मशीन, आपातकालीन दवाएं और इंजेक्शन जैसे चिकित्सा उपकरण होंगे। एम्बुलेंस में एक पैरामेडिक, एक सहायक और एक प्रशिक्षित चालक होगा।
ग्राहक बीएलएस भी कर सकते है बूक
जानकारी साझा करते हुए ढींडसा ने बताया कि गुरुग्राम के रास्तों पर पहले पांच एंबुलेंस तुरंत चलना शुरू करेंगी, और बाकी यूजर्स ब्लिंकिट ऐप के जरिए बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) एंबुलेंस बुक कर सकेंगे।
लक्ष्य प्रॉफ़िट कमाना नहीं मदद करना है
ढींडसा ने बताया कि इस सेगमेंट से प्रॉफ़िट कमाना उनका लक्ष्य नहीं है । उन्होने कहा ” हम ग्राहकों के लिए किफायती कीमत पर यह सेवा संचालित करेंगे और इस गंभीर समस्या को लंबे समय तक हल करने में निवेश करेंगे। हम इस सेवा को सावधानीपूर्वक बढ़ा रहे हैं, क्योंकि यह हमारे लिए जरूरी और नई दोनों है। हमारा लक्ष्य अगले दो वर्षों में सभी प्रमुख शहरों में इसका विस्तार करना है। आइए हम अपना काम करें और हमेशा एम्बुलेंस के लिए रास्ता बनाएं। आप कभी नहीं जानते कि आप कब किसी की जान बचा सकते हैं।”
सोश्ल मीडिया पर एम्बुलेंस की तस्वीर की साझा
इसके अलावा, उन्होंने प्रचार के लिए जो तस्वीर साझा की, उसमें एम्बुलेंस सेवा के लिए 2,000 रुपये का एक फ्लैट शुल्क दिखाया गया था, साथ ही चेतावनी दी गई थी कि यह सेवा नवजात या वेंटिलेटर देखभाल के लिए नहीं है। ढींडसा ने एम्बुलेंस के साथ वर्दीधारी ब्लिंकिट कर्मचारियों की तस्वीरें भी साझा कीं।
किसी ने की सराहना तो किसी ने कहा लालची
कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने 10 मिनट की एम्बुलेंस घोषणा की सराहना की, जबकि अन्य ने ब्लिंकिट की आलोचना की कि वे एक जीवन रक्षक सेवा का लाभ उठा रहे हैं और वहीं कई लोगों ने ढींडसा को लालची भी बताया। लोगों का मानना है कि एम्बुलेंस एक ऐसी सेवा है जिसे सरकार द्वारा निःशुल्क और स्वीकार्य संचालन मानकों के साथ प्रदान किया जाना चाहिए था। एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने इस पहल की प्रशंसा की और कहा, “बिल्कुल, ब्लिंकिट जो कर रहा है वह सराहनीय है, लेकिन हमें यह भी पूछना चाहिए कि सरकार पूरे भारत में एक बुनियादी, विश्वसनीय एम्बुलेंस सेवा प्रदान करने में सक्षम क्यों नहीं है।” इसके अलावा बहुत से लोगों ने इस घोषणा के बाद तरह-तरह के मिम्स बनाना भी शुरू कर दिए है।